रविवार, 12 अगस्त 2018

व्यवसायिकता और व्यवहारिकता

व्यवसायिकता और व्यवहारिकता शब्दों में समानता हो सकती हैं।  
परन्तु अर्थ में एकदम भिन्नता हैं। 
धन, वैभव और अर्थ प्रधानता के इस युग में व्यवहारिकता को मूर्खता 
मानने वाले लोग बहुत हैं।
परन्तु एक समय आयेगा जब अर्थ को अनर्थ माना जायेगा 
और हम धन लेकर मित्र ढूंढेंगे और मिलेगा 
एक बड़ा शुन्य...........................
मित्रों आप क्या सोचते हैं ?....... 

2 टिप्‍पणियां:

  1. व्यावहारिकता और व्यावसायिकता को भी सामाजिक परिवर्तनों के साथ बदलना ही चाहिए

    जवाब देंहटाएं

amazon

नादान बने क्यों बेफिक्र हो ?

नादान बने क्यों बेफिक्र हो ? नादान बने क्यों बेफिक्र हो,  दुनिया जहान से !   हे सिर पे बोझ भी तुम्हारे,  हर लिहाज़ से !!  विनम्रत...