الجمعة، 12 أكتوبر 2018

करूँ वंदना मातृ चरणों में ! कन्या पर अभिमान किया !!

करूँ वंदना मातृ चरणों में ! कन्या पर अभिमान किया !!
करूँ वंदना मातृ चरणों में ! कन्या पर अभिमान किया !!


माँ के चरणों में वंदन कर !
मैंने यह प्रण ठान लिया !!

मातृ शक्ति के मान बिंदु !
पर अपना सब कुछ त्याग दिया !!

करूँ वंदना मातृ चरणों में !
कन्या पर अभिमान किया !!

स्त्री शिक्षा की प्रगति में !
आग्रहपूर्ण व्यवहार किया !!

आओ हम सब मिलकर !
अब नारी का मान बढ़ाते हैं !!

गंगा की पावन धारा-सा !
निर्मल राष्ट्र बनाते हैं !!

हमने बचपन से सीखा हैं !
करना चरण वंदना माता की !!

लाज लिए अपनी आँखों में !
श्रद्धा भाव भरने की !!

भारत में नदियों को, भूमि को !
हमने माता माना हैं !!

नारी का सम्मान करें सब ! 
मानवता का नाता हैं !!

ليست هناك تعليقات:

إرسال تعليق

amazon

नादान बने क्यों बेफिक्र हो ?

नादान बने क्यों बेफिक्र हो ? नादान बने क्यों बेफिक्र हो,  दुनिया जहान से !   हे सिर पे बोझ भी तुम्हारे,  हर लिहाज़ से !!  विनम्रत...